Wednesday, September 8, 2010

तुम्हारी याद

यादों के साथ
जीना मैं नहीं चाहता
जीने के लिए चाहिए
मुझे तुम्हारा और सिर्फ तुम्हारा साथ
तुम्हारा साथ ही
जीवित रख सकता है मुझे
यादें नहीं
तुम्हारा साथ
भरोसा दिलाता है
सपनों के सच होने का
और यादें
मुझे खीचतीं हैं
अंधेरे कुएं की अतल गहराई में


Brijraj

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